Saturday, May 18th, 2024

व्यापमं में फिर फर्जीवाडा: कृषि अधिकारी की भर्ती परीक्षा निरस्त, मैपआईटी करेगा जांच

भोपाल
नेशनल स्टोक एक्सचेंज इंफोर्मेशन टेक्नालाजी लिमिटेड मुंबई (एनएसईआईटी) द्वारा व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की परीक्षाओं में काफी फर्जीवाडा हो रहा है।  इसके खुलासे की शुरूआत हो गई है। हालांकि व्यापमं में परीक्षाओं मे हुए फर्जीवाडा को लेकर अपनी साख डूबो चुका है। इसलिए व्यापमं का नाम बदलकर पीईबी किया गया था। अब पीईबी के नाम से फर्जीवाडा हो रहा है। अब शासन को व्यापमं के बाद मिले पीईबी के नाम के बाद अब नया नाम खोजना होगा।

व्यापमं ने 11 और 12 फरवरी को कृषि विभाग की ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (कार्यपालिक) की परीक्षाएं कराई थीं। इसमें काफी फर्जीवाडा हुआ है। इसके चलते जिसे बुधवार को परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। परीक्षा में फर्जीवाडा हुआ है, जिसके चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के आदेश दिए थे। इसके चलते व्यापमं ने सबसे पहले परीक्षा को निरस्त कर दिया है।

फर्जीवाडे का खुलासा करने के लिए व्यापमं ने मैपआईटी को जांच का दायित्व दिया है। इसमें दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। परीक्षा में शामिल उम्मीदवारों को 200 में से 175 से 195 तक अंक मिल रहे हैं। जबकि उक्त उम्मीदवारों के दसवीं, बारहवीं और यूजी-पीजी में ज्यादा अच्छे अंक नहीं मिले हैं। परीक्षा में बडे स्तर पर फर्जीवाडा हुआ है। शिकायतें मिलने पर सीएम चौहान ने जांच के आदेश दिए हैं। व्यापमं अध्यक्ष केके सिंह ने परीक्षा को निरस्त कर दी है। फर्जीवाडा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए व्यापमं ने मैपआईटी को जांच का दायित्व दिया  है। जांच एक सप्ताह में पूरी हो जाएगी। जांच में दोषी पाये जाने वाले अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ व्यापमं आपराधिक प्रकरण दर्ज कराएगा।

पदयात्रा की थी तैयारी
परीक्षा निरस्त कराने की मांग को लेकर 15 हजार कृषि स्नातकधारी विद्यार्थियों ने इंदौर से भोपाल तक पदयात्रा निकालने का निर्णय तक कर लिया था। परीक्षा निरस्त होने पर उन्हें के कारण विद्यार्थियों में संतोषजनक स्थिति बन गई है। अब उन्हें दोबारा से परीक्षा कराने के लिए संशोधित तिथि का इंतजार है। हालांकि व्यापमं के पास आरक्षक भर्ती के बाद प्रायमरी शिक्षक पात्रता परीक्षा भी कराना है। इसके चलते अब ये परीक्षा जुलाई में आयोजित हो सकेगी।

उक्त उम्मीदवरों को मिले हैं ज्यादा अंक
शिवकुमार शर्मा 21098912 सी-सैट 98 और कृषि 97 कुल 195, मनीष शर्मा 21099015 सी-सैट 96 और कृषि 98 कुल 194, जितेन शर्मा 21098203 सी-सैट 92 और कृषि 97 कुल 189, रविंद्र शर्मा21099588 सी-सैट 94 और कृषि 94 कुल 188, निवेश शर्मा 21098874 सी-सैट 96 और कृषि 92 कुल 188, दीपक कुमार पिपल 21099762 सी-सैट 91 और कृषि 93 कुल 184, दीपक रावत 21098597 सी-सैट 81 और कृषि 94 कुल 175,  संजय शर्मा 21098892 सी-सैट 84 और कृषि 89 कुल 173 और बलराम त्यागी 21098194  कुल 190।

ऐसे हुआ था जेल प्रहरी परीक्षा में फर्जीवाडा
व्यापमं द्वारा आदेश के मुताबिक एनएसईआईटी को परीक्षा में शामिल सभी उम्मीदवारों का बायोमेट्रिक कराना है, जो नहीं किया जा रहा है। उम्मीदवारों के अंगूठे के निशान को आधार सर्वर से इंट्रीगेट नहीं किया जा रहा है। बल्कि उनका बायोमेट्रिक लेकर अपने पास रख लिया है, जिसे एनएसईआईटी कभी भी बदल सकता है। इसका कोई भी रिकार्ड व्यापमं ने अपने पास नहीं रखा है। एनएसईआईटी बायोमेट्रिक के डाटा में छेडछाड आसानी से कर सकता है। पूर्व में हुई जेल प्रहरी की परीक्षा में करीब 100 फर्जी उम्मीदवार पकडे गए थे। परीक्षा के दौरान किसी भी केंद्र पर आइरिस स्कैनर नहीं लगाया गया है। जबकि व्यापमं के आदेश में आईरिस स्कैनर अनिवार्य किया गया था। एनएसईआईटी द्वारा कराई गई परीक्षाओं को आधार सर्वर से इंट्रीगेट नहीं किया है। इसके बाद भी व्यापमं के आला अफसर एनएसईआईटी पर कोई एक्शन नहीं ले रहे हैं। बल्कि आगामी परीक्षाओं में उम्मीदवारों का बायोमेट्रिक लेकर आधार सर्वर से इंट्रीगेट करने का सिर्फ नोटिस देकर अपने आपको पाक साफ बताने की कोशिश कर रहे हैं।  

 

संबंधित ख़बरें

आपकी राय

14 + 14 =

पाठको की राय